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Bharat Ki Arthvyavastha Kaisi Hai | भारत की अर्थव्यवस्था कैसी है, जानिए पूरी जानकारी

Bharat Ki Arthvyavastha Kaisi Hai | भारत की अर्थव्यवस्था कैसी है, जानिए पूरी जानकारी : वर्तमान समय में भारत की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से बढ़ रही है। यदि आंकड़ों की मानें तो 2014 में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में विश्व में 10वें स्थान पर आता था, लेकिन 2023 में उसने कई सारे देश को छोड़कर 5वें स्थान पर जगह बना ली है। बहुत सारे लोगों के मन में यह सवाल आता है कि Bharat Ki Arthvyavastha Kaisi Hai ( भारत की अर्थव्यवस्था कैसी है), इस आर्टिकल में हम आपको इससे संबंधित पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

भारत की अर्थव्यवस्था कैसी है? | Bharat Ki Arthvyavastha Kaisi Hai

भारत की अर्थव्यवस्था एक मिश्रित अर्थव्यवस्था है जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों का पूरा योगदान है। मिश्रित अर्थव्यवस्था को इस प्रकार से भी समझा जा सकता है कि इस प्रकार की अर्थव्यवस्था समाजवाद और पूंजीवाद को एक साथ जोड़ती है। यानी जहां एक ओर सरकार नागरिकों की सुविधा के लिए तरह-तरह की सेवाएं और योजनाएं चलाती हैं तो वहीं दूसरी ओर पूंजीपति वर्ग के लोग अपने उद्योग और सेवाओं के जरिए देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं।

पिछले कुछ सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान काफी तेजी से बड़ा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जारी किए गए आंकड़ों की माने तो भारतीय अर्थव्यवस्था या भारतीय जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान 53% से भी अधिक है। इसके अलावा, कृषि क्षेत्र का योगदान 18.8% और उद्योग क्षेत्र का योगदान 28.02 प्रतिशत है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत में कृषि क्षेत्र को प्राथमिक क्षेत्र उद्योग क्षेत्र को द्वितीय क्षेत्र और सेवा क्षेत्र को तृतीय क्षेत्र भी कहा जाता है। 1947 में आजादी के बाद भारत में खाद्यान्न की समस्या के चलते सबसे पहले कृषि क्षेत्र में विकास पर जोर दिया गया था। इसके लिए पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956) भी चलाई गई थी, जो हैरोड-डोमर मॉडल पर आधारित था।

हैरोड-डोमर मॉडल के बारे में बात करें तो यह मॉडल किसी एक क्षेत्र पर विशेष महत्व देकर विकास करने के बारे में बताता है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि अन्य क्षेत्रों के विकास को महत्व नहीं दिया जाएगा, लेकिन किसी एक विशेष क्षेत्र को सबसे अधिक महत्व दिया जाएगा, जिस क्षेत्र में अधिक समस्या दिखाई दे रही है और देश के नागरिकों को उसकी अधिक जरूरत है।

भारत की जीडीपी कितनी है?

जून 2023 में जारी किए गए आंकड़ों की माने तो भारत की जीडीपी वर्तमान समय में 3.74 ट्रिलियन यूएस डॉलर यानी 310 लाख करोड़ रुपए की है। हालांकि, भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने द्वारा दिए गए बयान में यह कहा था कि भारत की जीडीपी 3.75 ट्रिलियन यूएस डॉलर की हो गई है और अब यह देश विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन चुका है।

हालांकि, नॉमिनल जीडीपी के मामले में भारत का स्थान विश्व में पांचवा है, लेकिन क्रय शक्ति समता के अनुसार जीडीपी के मामले में भारत का स्थान तीसरे पर आता है। बता दें कि, नॉमिनल जीडीपी की गणना रिपोर्ट तैयार करते समय देश कि कुल उत्पादों की कीमत के अनुसार की जाती है, जबकि क्रय शक्ति समता जीडीपी की गणना किसी देश के नागरिकों द्वारा उत्पाद खरीदने की स्थिति के अनुसार किया जाता है।

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गौरतलब हो कि, भारत की सरकार ने जल्द ही देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन उस डॉलर तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही साथ यह देश 2060 तक विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की कगार पर खड़ा है। यदि वर्तमान समय में जिस रफ्तार से अलग-अलग क्षेत्र में विकास हो रहा है उसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भारत के अंदर यह क्षमता और कुशल है कि वह आने वाले 4 दशकों में विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर सकता है।

आजादी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था का सतत विकास

आजादी मिलने के बाद भारत अर्थव्यवस्था के मामले में विश्व में 127वें स्थान पर था। उस समय इसे अल्प विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों की सूची में रखा जाता था। सबसे पहले भारत ने प्राथमिक क्षेत्र यानी कृषि क्षेत्र पर काम करना शुरू किया और उसमें रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की। इसके बाद उन्होंने उद्योग क्षेत्र और सेवा क्षेत्र में विकास पर जोर दिया।

जहां एक ओर भारत को पहले कृषि प्रधान देश कहा जाता था वहीं अब यह सेवा प्रदान देश के रूप में काफी तेजी से उभरा है। सेवा क्षेत्र में रिकॉर्ड वृद्धि को देखते हुए दुनिया भर के बड़े देश का ध्यान भारत की ओर आकर्षित हुआ है और वह यहां पर अपना उद्योग शुरू करने को तरजीह दे रहे हैं। पिछले कुछ सालों में कई सारी विदेशी कंपनियां भारत से अपना उद्योग स्थापित कर रही हैं।

2014 तक अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में दसवां स्थान रखने वाला भारत आज पांचवें स्थान पर पहुंच चुका है और यह आने वाले कुछ सालों में तीसरे स्थान पर पहुंच सकता है। पिछले एक दशकों में भारत ने सेवा क्षेत्र में आईटी सेक्टर, हेल्थ केयर सेक्टर, टूरिज्म सेक्टर, इत्यादि में रिकॉर्ड वृद्धि की है।

सेवा क्षेत्र में टूरिज्म सेक्टर और हेल्थ केयर सेक्टर में काम करने वाले लोगों में महिलाओं की भागीदारी अधिक है। जहां एक ओर हेल्थ केयर सेक्टर में 52% से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर टूरिज्म सेक्टर भी महिला कार्यबल के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है। रिपोर्ट की मानें तो 2029 तक टूरिज्म सेक्टर में 29 मिलियन अतिरिक्त रोजगार बढ़ाने की उम्मीद है।

FAQ

2023 में भारत की अर्थव्यवस्था कितने नंबर पर है?

2023 में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

भारत अमीर देश में कौन से नंबर पर आता है?

भारत अमीर देश में से सातवें नंबर पर आता है, अमीर देश के लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर है और दूसरे नंबर पर चीन है।

भारतीय अर्थव्यवस्था का जनक कौन है?

भारतीय अर्थव्यवस्था का जनक चाणक्य को माना जाता है।

विश्व में भारत की जीडीपी कितनी है?

विश्व में भारत की जीडीपी 3.75 ट्रिलियन डॉलर की है जो कि पूरे विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी जीडीपी वाला देश है।

अर्थव्यवस्था में नंबर वन कौन सा देश है?

अर्थव्यवस्था में नंबर वन देश अमेरिका है जिसकी जीडीपी 26,854 अरब डॉलर की है।

Vaibhav

मैं वैभव प्रताप, लखनऊ का रहने वाला हूं। मैं पिछले 3 साल से स्पोर्ट रिलेटेड अलग-अलग वेबसाइटों के लिए काम कर रहा हूं। अभी तक हमने 10+ मल्टीनेशनल न्यूज़ वेबसाइट के लिए आर्टिकल राइटिंग का काम किया है। मुझे न्यूज़ के रिलेटेड वेबसाइट पर काम करना बहुत ही अधिक पसंद है। हमने खास तौर पर न्यूज वेबसाइट के लिए एंटरटेनमेंट न्यूज़ खेल न्यूज़ हेल्थ न्यूज राजनीति न्यूज़ बिज़नस न्यूज़ टेक्नोलॉजी फाइनेंस जैसे न्यूज़ पर आर्टिकल लिखना बहुत ही अधिक पसंद है।। अब मैं भारत हिंदी न्यूज वेबसाइट के लिए क्रिकेट के रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूं।

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