Ganesh Chauth Kab Hai | गणेश चतुर्थी कब है जाने शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
गणेश चतुर्थी पूजन सामग्री
Ganesh Chauth Kab Hai | गणेश चतुर्थी कब है जाने शुभ मुहूर्त और पूजा विधि : गणेश चतुर्थी यानी गणेश महोत्सव पूरे भारतवर्ष में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी को पूरे भारतवर्ष में भगवान गणेश के जन्म के जश्न के रूप में मनाया जाता है । गणेश चतुर्थी भादो मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर वर्ष मनाया जाता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं Ganesh Chauth Kab Hai, गणेश चतुर्थी कब है तो आपको इस आर्टिकल मे पूरी जानकारी प्राप्त होगी।
गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?
भगवान गणेश जी के जन्म के उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। गणेश भगवान को बुद्धि समृद्धि और सौभाग्य के भगवान के रूप में पूरे भारतवर्ष में पूजा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए भादो मास के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश जी का जन्मदिन मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी पूरे 10 दिन के बाद अनंत चतुर्थी के बाद समाप्त होता है। जिसे हम लोग गणेश विसर्जन के नाम से भी जानते हैं। आनंद चतुर्थी के दिन बड़े धूमधाम से सभी भक्त अपने भगवान गणेश जी को विदा करते हैं। Ganesh Chauth Kab Hai के बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे हैं।
Ganesh Chauth Kab Hai | गणेश चतुर्थी कब है?
गणेश चतुर्थी 18 सितंबर 2023 को पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाई जाएगी। गणेश चतुर्थी 18 सितंबर 2023 को 12:39 से शुरू होगी जो की 19 सितंबर 2023 के 1:45 पर खत्म हो जाएगी। गणेश स्थापना और पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 11:01 से शुरू हो जाएगा जो की दोपहर के 1:28 तक रहेगा। आपको गणेश स्थापना और पूजा करने के लिए 2 घंटे 27 मिनट का समय मिलेगा।
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
गणेश स्थापना 18 सितंबर 2023 को 12:39
गणेश स्थापना की अंतिम समय 19 सितंबर 2023 को 1:43
गणेश चतुर्थी शुभ पूजा मुहूर्त – 11:01 से लेकर 1:28 तक
पूजा करने की कुल 2 घंटे 27 मिनट का समय मिलेगा
गणेश चतुर्थी पूजन सामग्री
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी की स्थापना करने के लिए आपको कुछ पूजा सामग्री की आवश्यकता पड़ती है जिसके बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे हैं।
- भगवान गणेश जी की प्रतिमा
- लाल कपड़ा
- नारियल
- जनेउ
- दूर्वा घास
- पंचामृत
- पंचमेवा
- गंगाजल
- मौली लाल
- रोली
गणेश चतुर्थी पूजा विधि
आई अब हम जानते हैं कि गणेश चतुर्थी पूजा विधि कैसे की जाती है आप भगवान गणेश जी की स्थापना कैसे कर सकते हैं-
सबसे पहले आप गणेश चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। अगर हो सके तो आप गंगा स्नान करते हैं तो यह आपके लिए बहुत अच्छा रहता है।
गणेश चतुर्थी के दिन आपको व्रत रखना है, इस बात का आप जरूर ख्याल रखें।
स्नान करने के बाद आप घर के मंदिर में दीप जलाएं।
इसके बाद आप भगवान गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना करने की तैयारी करें।
भगवान गणेश जी की स्थापना करते समय आप भगवान जी की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराये।
अब आप जिस जगह भगवान गणेश जी की स्थापना करना चाहते हैं उसे जगह पर भगवान गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना करें।
इसके बाद आप भगवान गणेश जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करें। पुष्प के साथ-साथ आप दूर्वा घास भी भगवान गणेश पर चढ़ाये।
इसके बाद आप भगवान गणेश जी की प्रतिमा पर सिंदूर लगाए। इसके बाद आप भगवान गणेश जी का लड्डू से भोग लगे।
इतनी सभी प्रक्रिया करने के बाद आप भगवान गणेश जी की आरती करें। भगवान जी के लगाए गए भोग को प्रसाद के रूप में सभी लोगों को वितरित करें।